Latest News Israel Lebanon war 2024

Facebook
Twitter
Telegram
WhatsApp

Latest News Israel Lebanon war and impect middle East

इज़राइल और लेबनान युद्ध: कारण, प्रभाव और वर्तमान स्थिति

इज़राइल और लेबनान के बीच युद्धों और संघर्षों का लंबा इतिहास रहा है, जो मुख्य रूप से क्षेत्रीय विवादों, राजनीतिक तनावों, और धार्मिक कट्टरता से प्रेरित रहा है। दोनों देशों के बीच संघर्षों का सीधा संबंध हिज़बुल्लाह जैसे चरमपंथी संगठनों से भी जुड़ा है। इस लेख में, हम इज़राइल और लेबनान के युद्ध के प्रमुख कारणों, इसके प्रभावों और वर्तमान स्थिति का विस्तृत विश्लेषण करेंगे।

इज़राइल और लेबनान युद्ध का इतिहास

1948 में इज़राइल की स्थापना
इज़राइल और लेबनान के बीच संघर्ष का इतिहास 1948 में इज़राइल की स्थापना के समय से शुरू होता है। जब इज़राइल एक स्वतंत्र राज्य बना, तो उसके पड़ोसी अरब देशों ने इसका विरोध किया। इसके परिणामस्वरूप इज़राइल और अरब देशों के बीच कई युद्ध हुए, जिनमें लेबनान भी शामिल था।

1975-1990: लेबनान गृह युद्ध और इज़राइल का हस्तक्षेप
लेबनान में 1975 से 1990 के बीच गृह युद्ध चला, जिसमें विभिन्न धार्मिक और राजनीतिक गुटों के बीच संघर्ष हुआ। इस दौरान इज़राइल ने दक्षिणी लेबनान में हस्तक्षेप किया, जहां से फिलिस्तीनी और हिज़बुल्लाह जैसे समूह इज़राइल पर हमले कर रहे थे। इज़राइल ने 1982 में लेबनान पर आक्रमण किया, जिसे “पहला लेबनान युद्ध” कहा जाता है।

2006: दूसरा लेबनान युद्ध का क्या कारण हैं .
2006 में हिज़बुल्लाह ने इज़राइल पर रॉकेट हमले किए और कुछ इज़राइली सैनिकों का अपहरण कर लिया। इसके जवाब में इज़राइल ने लेबनान पर हवाई हमले शुरू किए, जिसे दूसरा लेबनान युद्ध कहा गया। इस युद्ध में बड़ी संख्या में नागरिक मारे गए, और लेबनान की बुनियादी संरचनाओं को भारी नुकसान हुआ।

इज़राइल और लेबनान के बीच संघर्ष के मुख्य कारण क्या है?

(Why is Lebanon at war with Israel?)

1. हिज़बुल्लाह का उदय और प्रभाव
हिज़बुल्लाह, एक शिया मुस्लिम चरमपंथी संगठन है, जो लेबनान में सक्रिय है और इज़राइल के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष करता है। हिज़बुल्लाह को ईरान और सीरिया से समर्थन मिलता है, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ जाता है। यह संगठन इज़राइल को एक अवैध राज्य मानता है और उसे समाप्त करने की कोशिशों में लगा रहता है।

2. क्षेत्रीय विवाद और सीमाएं
इज़राइल और लेबनान के बीच सीमावर्ती विवाद भी युद्ध का एक प्रमुख कारण हैं। दोनों देशों के बीच सटी हुई सीमा “ब्लू लाइन” के नाम से जानी जाती है, जो कई बार संघर्ष का केंद्र रही है। खासकर, शब’आ फार्म्स नामक क्षेत्र पर दोनों देशों का दावा है, जिससे तनाव और बढ़ता है।

3. धार्मिक और राजनीतिक तनाव
मध्य पूर्व में यहूदी और अरब मुस्लिम समुदायों के बीच धार्मिक और राजनीतिक तनाव भी इज़राइल-लेबनान संघर्ष का मुख्य कारण है। दोनों पक्षों में धार्मिक और सांस्कृतिक मतभेद होने के कारण यह संघर्ष और गहरा हो जाता है।

इज़राइल और लेबनान युद्ध के क्या प्रभाव हैं?

1. नागरिकों पर असर
इज़राइल और लेबनान के युद्धों का सबसे बड़ा प्रभाव आम नागरिकों पर पड़ता है। 2006 के युद्ध में हजारों लेबनानी नागरिक मारे गए और लाखों लोग बेघर हो गए। इज़राइल पर हिज़बुल्लाह के रॉकेट हमलों से भी कई नागरिक प्रभावित हुए। दोनों देशों की अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचा इस युद्ध से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ।

2. क्षेत्रीय अस्थिरता
इज़राइल और लेबनान के बीच जारी संघर्षों ने पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र को अस्थिर बना दिया है। यह संघर्ष ईरान और सीरिया जैसे देशों के हस्तक्षेप और समर्थन से और जटिल हो जाता है, जिससे पूरे क्षेत्र में तनाव बना रहता है।

3. शांति वार्ता पर असर
दोनों देशों के बीच जारी तनाव और युद्ध ने शांति वार्ताओं को बार-बार विफल किया है। हालांकि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र शांति बनाए रखने के प्रयास कर रहे हैं, लेकिन दोनों पक्षों के बीच मतभेद और शत्रुता के कारण कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है।

वर्तमान स्थिति: क्या अब भी तनाव है?

सीमावर्ती संघर्ष
हाल के वर्षों में भी इज़राइल और हिज़बुल्लाह के बीच छोटे पैमाने पर संघर्ष होते रहे हैं। 2021 और 2023 में सीमा पर कई बार तनाव बढ़ा, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमले किए। हालांकि यह संघर्ष बड़े पैमाने पर युद्ध में नहीं बदला, लेकिन क्षेत्र में अस्थिरता बनी हुई है, परंतु सन् 2024 में इजराइल पर हिज़बुल्लाह के द्वारा हजारों रॉकेट बरसाने के बाद दोनों के बीच संघर्ष छिड़ गया जिस का परिणाम यह हुआ कि हिज़बुल्लाह के लीडर नसरल्लाह की मौत हो गई.

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की भूमिका
संयुक्त राष्ट्र और कई अंतर्राष्ट्रीय शक्तियों ने इज़राइल और लेबनान के बीच शांति बनाए रखने के लिए कई कदम उठाए हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 2006 के युद्ध के बाद एक संघर्ष विराम लागू किया, लेकिन इसके बावजूद सीमा पर छोटे-मोटे संघर्ष जारी हैं.

निष्कर्ष

इज़राइल और लेबनान के बीच युद्ध का इतिहास और वर्तमान स्थिति बहुत ही जटिल है, जिसमें धार्मिक, राजनीतिक और क्षेत्रीय कारक शामिल हैं। हिज़बुल्लाह की भूमिका और सीमा विवाद इस संघर्ष को और बढ़ा देते हैं। इस संघर्ष का न केवल दोनों देशों पर, बल्कि पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र पर गहरा प्रभाव पड़ा है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की कोशिशें शांति बनाए रखने के लिए जारी हैं, लेकिन यह देखना बाकी है कि भविष्य में क्या स्थायी समाधान निकलता है।

FAQs on Israel-Lebanon War

इज़राइल और लेबनान के बीच संघर्ष का मुख्य कारण क्या है?
इज़राइल और लेबनान के बीच संघर्ष का मुख्य कारण क्षेत्रीय विवाद, हिज़बुल्लाह का इज़राइल पर हमला, और धार्मिक व राजनीतिक तनाव हैं। हिज़बुल्लाह इज़राइल के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष करता है, जबकि इज़राइल अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जवाबी कार्रवाई करता है।

2006 के इज़राइल-लेबनान युद्ध में क्या हुआ था?
2006 में हिज़बुल्लाह द्वारा इज़राइली सैनिकों के अपहरण और रॉकेट हमले के बाद इज़राइल ने लेबनान पर आक्रमण किया। यह युद्ध लगभग 34 दिन चला, जिसमें हजारों नागरिक मारे गए और लेबनान का बुनियादी ढांचा बुरी तरह से नष्ट हो गया।

हिज़बुल्लाह क्या है और इसका इज़राइल-लेबनान संघर्ष में क्या भूमिका है?
हिज़बुल्लाह एक शिया चरमपंथी संगठन है, जो लेबनान में सक्रिय है और इज़राइल के खिलाफ हमले करता है। हिज़बुल्लाह इज़राइल को खत्म करने का लक्ष्य रखता है और इसे ईरान और सीरिया से समर्थन मिलता है।

क्या इज़राइल और लेबनान के बीच शांति की संभावना है?
शांति की संभावना सीमित है, क्योंकि दोनों देशों के बीच गहरे राजनीतिक, धार्मिक और क्षेत्रीय मतभेद हैं। हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापित करने के प्रयास कर रहे हैं।

इज़राइल और लेबनान के बीच संघर्ष का असर नागरिकों पर कैसे पड़ता है?
इस संघर्ष का सबसे अधिक प्रभाव आम नागरिकों पर पड़ता है। 2006 के युद्ध में हजारों लोग मारे गए, लाखों लोग विस्थापित हुए, और लेबनान का बुनियादी ढांचा बुरी तरह से नष्ट हो गया। इज़राइल के नागरिक भी हिज़बुल्लाह के रॉकेट हमलों का शिकार होते हैं।

क्या 2023 में भी इज़राइल-लेबनान के बीच संघर्ष हुआ था?
2023 में इज़राइल और हिज़बुल्लाह के बीच सीमा पर कुछ झड़पें हुईं, हालांकि यह बड़े पैमाने पर युद्ध में नहीं बदला। फिर भी, तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है, और भविष्य में संघर्ष की संभावना बनी रहती है।

Who won the Israel Lebanon war 1982?

इस युद्ध में इजरायल की जीत हुई और शांति समझौते के बाद फिलीस्तीनी आतंकवादियों को निकाला गया, बेरूत के अधिकांश हिस्से का विनाश हो गया.

Facebook
Twitter
Telegram
WhatsApp
Picture of mots5018121@gmail.com

mots5018121@gmail.com

1 thought on “Latest News Israel Lebanon war 2024”

Leave a Comment

Top Stories

क्या SCO Summit 2024 वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी हो सकता है? Latest update

SCO Summit यानी शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन एक बहुपक्षीय संगठन है, जिसका उद्देश्य सदस्य देशों के बीच क्षेत्रीय सुरक्षा,

Nobel Prize 2024, Nobel Prize winners list 2024

नोबेल पुरस्कार 2024: विज्ञान, साहित्य और शांति के क्षेत्र में असाधारण योगदान(Nobel Prize 2024, Nobel Prize winners 2024) नोबेल पुरस्कार

India and Canada relations| Latest update 20024

भारत और कनाडा के संबंध:( India and Canada relations)एक व्यापक दृष्टिकोण भारत और कनाडा के बीच संबंध( India and Canada