East Asia Summit| LATEST 2024

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19th east asia summit 2024

19th east asia summit 2024 में भारत के प्रधानमंत्री ने कहा कि “Not era of war; solutions cannot come from battlefield’: PM Modi at East Asia Summit ( युद्ध का युग नहीं; समाधान युद्ध के मैदान से नहीं आ सकते: पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी)

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (East Asia Summit): एशिया-प्रशांत क्षेत्र का प्रमुख मंच जो इन देशों की एकता को प्रदर्शित करता है.

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (East Asia Summit) या ईएएस, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता, और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख राजनीतिक, सुरक्षा और आर्थिक मंच है। इसकी गठन सन् 2005 में हुआ था,और तब से यह मंच क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण साधन बन गया है। इस लेख में हम पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के महत्व, सदस्य देशों, इसके उद्देश्यों और इसकी भूमिका, इसके सभी सम्मेलनों को विस्तार से समझेंगे।

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (East Asia Summit) क्या?

East Asia Summit एक वार्षिक बैठक है, जिसमें 18 प्रमुख देश भाग लेते हैं। इसका उद्देश्य राजनीतिक, सुरक्षा और आर्थिक सहयोग के लिए एक मंच प्रदान करना है, ताकि सदस्य देश आपसी संवाद और सहयोग के माध्यम से क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों का समाधान कर सकें।

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में कितने देश शामिल है?

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में कुल 18 सदस्य देश शामिल हैं। इनमें से 10 देश आसियान (ASEAN) के सदस्य हैं, जबकि 8 अन्य प्रमुख देश इस मंच का हिस्सा हैं।

आसियान के सदस्य देश:

  • ब्रुनेई
  • कंबोडिया
  • इंडोनेशिया
  • लाओस
  • मलेशिया
  • म्यांमार
  • फिलीपींस
  • सिंगापुर
  • थाईलैंड
  • वियतनाम

आसियान के बाहर के सदस्य: East Asia summit members

  • भारत
  • चीन
  • जापान
  • दक्षिण कोरिया
  • ऑस्ट्रेलिया
  • न्यूज़ीलैंड
  • संयुक्त राज्य अमेरिका
  • रूस

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के क्या उद्देश्य है?

East Asia Summit का मुख्य उद्देश्य सदस्य देशों के बीच राजनीतिक, सुरक्षा, और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है। इसके अन्य प्रमुख उद्देश्यों में शामिल हैं:

1. शांति और स्थिरता को बनाए रखना:
ईएएस क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता को मजबूत करने के लिए कार्य करता है। यह आतंकवाद, समुद्री सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, और सीमा पार अपराधों जैसे मुद्दों पर चर्चा करता है।

2. आर्थिक सहयोग और विकास को प्रोत्साहित करना:
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन सदस्य देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को बढ़ावा देने पर जोर देता है। यह व्यापार, निवेश, और आर्थिक विकास के लिए नीतिगत सहयोग पर बल देता है।

3. पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा:
जलवायु परिवर्तन, पर्यावरणीय स्थिरता और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए यह मंच सदस्य देशों को एक साथ लाता है। इसके माध्यम से सदस्य देश पर्यावरण संरक्षण के उपायों और नीतियों पर चर्चा करते हैं।

4. स्वास्थ्य और शिक्षा में सहयोग:
ईएएस का एक प्रमुख लक्ष्य स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी सहयोग को बढ़ावा देना है। विशेष रूप से, महामारी और आपदा प्रबंधन जैसे मुद्दों पर सदस्य देश मिलकर काम करते हैं।

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन की भूमिका

East Asia Summit की भूमिका क्षेत्रीय और वैश्विक समस्याओं को हल करने में महत्वपूर्ण रही है। यह मंच न केवल एशिया-प्रशांत क्षेत्र में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सुरक्षा और आर्थिक समृद्धि में योगदान देता है।

1. क्षेत्रीय सुरक्षा और रणनीतिक संवाद:
ईएएस, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में राजनीतिक और सुरक्षा सहयोग का एक प्रमुख मंच है। यह मंच आतंकवाद, साइबर सुरक्षा, सीमा विवाद और समुद्री सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करता है। यह मंच सदस्य देशों के बीच विश्वास और सहयोग को बढ़ाने के लिए संवाद का एक माध्यम प्रदान करता है।

2. व्यापार और निवेश को बढ़ावा:
इस मंच के माध्यम से सदस्य देश अपने बीच व्यापार और निवेश के नए अवसरों पर चर्चा करते हैं। यह वैश्विक अर्थव्यवस्था में एशिया-प्रशांत क्षेत्र की भागीदारी को मजबूत करता है। ईएएस सदस्य देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौतों और आर्थिक सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।

3. जलवायु और पर्यावरण पर सहयोग:
जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय संकट के समय में, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन ने सदस्य देशों के बीच स्थायी विकास और पर्यावरण संरक्षण के लिए सहयोग बढ़ाया है। सदस्य देश पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने के लिए सामूहिक रूप से प्रयास करते हैं।

4. वैश्विक स्वास्थ्य संकट में भूमिका:
कोविड-19 जैसी महामारी के समय, ईएएस मंच ने स्वास्थ्य संकट से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया। इसने सदस्य देशों को आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं, टीकाकरण, और वैश्विक स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने में मदद की।

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के सामने क्या क्या चुनौतियाँ है?

हालांकि East Asia Summit ने कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सफलता प्राप्त की है, फिर भी इसे कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ता है:

1. सदस्यों के बीच राजनीतिक मतभेद:
कई सदस्य देशों के बीच राजनीतिक और रणनीतिक मतभेद हैं, खासकर चीन और अमेरिका के बीच। इन मतभेदों के कारण कुछ मुद्दों पर सर्वसम्मति बनाना कठिन हो जाता है।

2. समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय विवाद:
चीन के साथ दक्षिण चीन सागर विवाद और अन्य क्षेत्रीय संघर्ष इस मंच की चुनौतियों को और जटिल बना देते हैं। कई देशों के बीच इन मुद्दों पर असहमति मंच की प्रगति को प्रभावित कर सकती है।

3. आर्थिक असमानता:
हालांकि ईएएस आर्थिक सहयोग पर जोर देता है, सदस्य देशों के बीच आर्थिक असमानता और विकास की दर में अंतर भी सहयोग को सीमित कर सकता है।

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (East Asia Summit) की संपूर्ण जानकारी (2005-2023)

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (East Asia Summit, EAS) एशिया-प्रशांत क्षेत्र में राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा संबंधी सहयोग के लिए एक प्रमुख मंच है। इसकी शुरुआत 2005 में हुई थी, और तब से हर साल सदस्य देशों के नेताओं की बैठक आयोजित होती है। आइए, 2005 से अब तक के सभी पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों का विवरण देखें।

1. पहला पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2005, मलेशिया)

  • स्थान: कुआलालंपुर, मलेशिया
  • प्रमुख मुद्दे: क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग और सुरक्षा
  • महत्व: पहला शिखर सम्मेलन था, जिसमें आसियान देशों के साथ अन्य बड़े देशों ने भाग लिया, और आर्थिक व राजनीतिक सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया गया।

2. दूसरा पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2006, फिलीपींस)

  • स्थान: सेबू, फिलीपींस
  • प्रमुख मुद्दे: ऊर्जा सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन
  • महत्व: इस शिखर सम्मेलन में ऊर्जा सुरक्षा और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के उपायों पर जोर दिया गया।

3. तीसरा पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2007, सिंगापुर)

  • स्थान: सिंगापुर
  • प्रमुख मुद्दे: जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य और सतत विकास
  • महत्व: जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई के लिए साझा समझौतों पर सहमति बनी।

4. चौथा पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2009, थाईलैंड)

  • स्थान: हुआ हिन, थाईलैंड
  • प्रमुख मुद्दे: वैश्विक आर्थिक मंदी, वित्तीय स्थिरता
  • महत्व: आर्थिक संकट से उबरने और वित्तीय स्थिरता के उपायों पर चर्चा हुई।

5. पाँचवां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2010, वियतनाम)

  • स्थान: हनोई, वियतनाम
  • प्रमुख मुद्दे: व्यापार और निवेश सहयोग
  • महत्व: व्यापारिक बाधाओं को दूर करने और क्षेत्रीय निवेश को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया।

6. छठा पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2011, इंडोनेशिया)

  • स्थान: बाली, इंडोनेशिया
  • प्रमुख मुद्दे: क्षेत्रीय सुरक्षा और समुद्री सहयोग
  • महत्व: समुद्री सुरक्षा और शांति बनाए रखने के उपायों पर जोर दिया गया।

7. सातवां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2012, कंबोडिया)

  • स्थान: नोम पेन्ह, कंबोडिया
  • प्रमुख मुद्दे: गैर-पारंपरिक सुरक्षा मुद्दे जैसे आतंकवाद और आपदाओं से निपटना
  • महत्व: क्षेत्रीय सुरक्षा और मानवीय सहयोग पर केंद्रित चर्चा हुई।

8. आठवां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2013, ब्रुनेई)

  • स्थान: बंडर सेरी बेगवान, ब्रुनेई
  • प्रमुख मुद्दे: समुद्री विवाद और साइबर सुरक्षा
  • महत्व: साइबर सुरक्षा और समुद्री विवादों पर बातचीत की गई।

9. नौवां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2014, म्यांमार)

  • स्थान: नेपीडॉ, म्यांमार
  • प्रमुख मुद्दे: स्वास्थ्य संकट (इबोला), क्षेत्रीय सुरक्षा
  • महत्व: वैश्विक स्वास्थ्य संकट से निपटने के उपायों और सुरक्षा सहयोग पर चर्चा की गई।

10. दसवां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2015, मलेशिया)

  • स्थान: कुआलालंपुर, मलेशिया
  • प्रमुख मुद्दे: आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन
  • महत्व: आतंकवाद विरोधी सहयोग और जलवायु परिवर्तन पर ठोस कार्रवाई के लिए सहमति बनी।

11. ग्यारहवां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2016, लाओस)

  • स्थान: विएनतियाने, लाओस
  • प्रमुख मुद्दे: शरणार्थी संकट और आर्थिक साझेदारी
  • महत्व: शरणार्थी संकट और आर्थिक सहयोग पर केंद्रित चर्चा हुई।

12. बारहवां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2017, फिलीपींस)

  • स्थान: मनीला, फिलीपींस
  • प्रमुख मुद्दे: आतंकवाद, आर्थिक विकास
  • महत्व: आतंकवाद विरोधी उपाय और आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया।

13. तेरहवां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2018, सिंगापुर)

  • स्थान: सिंगापुर
  • प्रमुख मुद्दे: डिजिटल अर्थव्यवस्था और व्यापार
  • महत्व: डिजिटल व्यापार और ई-कॉमर्स को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई।

14. चौदहवां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2019, थाईलैंड)

  • स्थान: बैंकॉक, थाईलैंड
  • प्रमुख मुद्दे: व्यापारिक सहयोग और सुरक्षा
  • महत्व: व्यापारिक बाधाओं को कम करने और सुरक्षा पर जोर दिया गया।

15. पंद्रहवां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2020, वर्चुअल)

  • स्थान: वर्चुअल (कोविड-19 महामारी के कारण)
  • प्रमुख मुद्दे: कोविड-19 महामारी, स्वास्थ्य और आर्थिक पुनरुद्धार
  • महत्व: कोविड-19 से निपटने और आर्थिक सुधार पर ध्यान केंद्रित किया गया।

16. सोलहवां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2021, वर्चुअल)

  • स्थान: वर्चुअल
  • प्रमुख मुद्दे: कोविड-19 टीकाकरण, आर्थिक पुनरुत्थान
  • महत्व: महामारी के बाद आर्थिक पुनरुद्धार और टीकाकरण पर चर्चा की गई।

17. सत्रहवां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2022, कंबोडिया)

  • स्थान: नोम पेन्ह, कंबोडिया
  • प्रमुख मुद्दे: वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा, साइबर सुरक्षा
  • महत्व: साइबर सुरक्षा और स्वास्थ्य सुरक्षा पर ज़ोर दिया गया।

18. अठारहवां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (2023, इंडोनेशिया)

  • स्थान: जकार्ता, इंडोनेशिया
  • प्रमुख मुद्दे: क्षेत्रीय सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और आर्थिक सहयोग
  • महत्व: जलवायु परिवर्तन, आर्थिक पुनरुत्थान और क्षेत्रीय सुरक्षा के उपायों पर चर्चा हुई।

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन का भविष्य

East Asia Summit का भविष्य वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर निर्भर करेगा। इस मंच ने राजनीतिक, सुरक्षा और आर्थिक सहयोग के मुद्दों को प्रभावी ढंग से संबोधित किया है, लेकिन क्षेत्रीय विवादों और बदलते वैश्विक समीकरणों के चलते इसे नई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। आगामी शिखर सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन, व्यापार, और सुरक्षा जैसे मुद्दे महत्वपूर्ण बने रहेंगे।

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जो क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग और संवाद को बढ़ावा देता है। इसकी शुरुआत से लेकर अब तक, इस मंच ने सुरक्षा, आर्थिक विकास, जलवायु परिवर्तन, और स्वास्थ्य सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर बड़े कदम उठाए हैं। आने वाले वर्षों में भी यह मंच क्षेत्रीय स्थिरता और विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहे.

ईस्ट एशिया शिखर सम्मेलन की भविष्य की संभावनाएँ

East Asia Summit को आने वाले वर्षों में एशिया-प्रशांत क्षेत्र की स्थिरता और विकास को बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों, जैसे जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य संकट, और आर्थिक अस्थिरता, के समाधान के लिए इस मंच का उपयोग और भी बढ़ सकता है। साथ ही, सदस्य देशों को सहयोग और संवाद को बढ़ावा देने के लिए अपने मतभेदों को सुलझाना होगा।

निष्कर्ष

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (East Asia Summit) एशिया-प्रशांत क्षेत्र के राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण मंच है। यह मंच न केवल क्षेत्रीय स्थिरता और शांति के लिए कार्य करता है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इसका प्रभाव व्यापक है। हालाँकि इसे कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इसकी भूमिका आने वाले समय में और भी महत्वपूर्ण हो सकती है, क्योंकि एशिया-प्रशांत क्षेत्र विश्व राजनीति और अर्थव्यवस्था में प्रमुख भूमिका निभा रहा है।

FAQs on East Asia Summit (पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन)

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (East Asia Summit) क्या है?
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (East Asia Summit) एशिया-प्रशांत क्षेत्र के 18 प्रमुख देशों का एक वार्षिक मंच है, जो क्षेत्रीय सुरक्षा, राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर सहयोग को बढ़ावा देता है। इसका उद्देश्य शांति, स्थिरता और समृद्धि को बनाए रखना है।

ईस्ट एशिया शिखर सम्मेलन के कितने सदस्य देश हैं?
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में 18 सदस्य देश हैं। इनमें 10 आसियान (ASEAN) सदस्य देश और 8 अन्य प्रमुख देश शामिल हैं, जैसे भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, और रूस।

East Asia Summit की मुख्य चर्चा के विषय क्या हैं?
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में राजनीतिक और सुरक्षा सहयोग, आर्थिक विकास, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य, और क्षेत्रीय विवादों जैसे मुद्दों पर चर्चा होती है। यह मंच आतंकवाद, साइबर सुरक्षा, और समुद्री सुरक्षा जैसे विषयों पर भी ध्यान देता है।

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन की शुरुआत कब हुई?
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन की पहली बैठक 2005 में मलेशिया में आयोजित हुई थी। तब से यह हर साल आयोजित होता है और इसमें सदस्य देश आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए चर्चा करते हैं।

क्या East Asia Summit में भारत की भूमिका है?
हां, भारत East Asia Summit का महत्वपूर्ण सदस्य है। भारत इस मंच का उपयोग क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और विकास के मुद्दों पर अपनी भागीदारी और दृष्टिकोण को व्यक्त करने के लिए करता है। भारत की “एक्ट ईस्ट” नीति के तहत इस मंच का महत्व और भी बढ़ गया है।

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के सामने प्रमुख चुनौतियाँ क्या हैं?
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन को सदस्य देशों के बीच राजनीतिक मतभेद, जैसे चीन और अमेरिका के बीच संघर्ष, और क्षेत्रीय विवादों (जैसे दक्षिण चीन सागर) का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, आर्थिक असमानता और विकास के अंतर भी इस मंच के सहयोग को सीमित कर सकते हैं।

East asia summit 2024 held in which country

Prime Minister (PM) attended the 19th East Asia Summit (EAS) on 11 October 2024 in Vientiane, Lao .

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