TODAY NEWS : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अजमेर दरगाह शरीफ में चढ़ाई जाने वाली चादर भेजेंगे। यह चादर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 811वें उर्स के मौके पर भेजी जा रही है। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू इस चादर को अजमेर दरगाह तक ले जाएंगे।
हर साल उर्स के दौरान प्रधानमंत्री की ओर से चादर पेश करना एक परंपरा रही है। इस gesture के जरिए सांप्रदायिक सौहार्द और आपसी भाईचारे का संदेश दिया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शनिवार को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चादर चढ़ाई जाएगी। इस चादर को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी अजमेर ले जाएंगे। आज शाम 6 बजे प्रधानमंत्री मोदी चादर उन्हें सौंपेंगे।
प्रधानमंत्री हर साल सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के अवसर पर अजमेर दरगाह के लिए चादर भेजते हैं। इस वर्ष 28 दिसंबर से ख्वाजा साहब का 813वां उर्स मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने अब तक अजमेर शरीफ दरगाह पर दस बार चादर चढ़ाई है। इस बार यह 11वां अवसर होगा, जब वे इस परंपरा को निभाएंगे। पिछले वर्ष, 812वें उर्स के दौरान, प्रधानमंत्री की ओर से चादर तत्कालीन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने दरगाह पर चढ़ाई थी।
ख्वाजा गरीब नवाज की मजार (मजार-ए-अखदास) पर चढ़ाई जाने वाली चादर भक्ति और सम्मान का प्रतीक मानी जाती है। उर्स के दौरान चादर चढ़ाना भक्ति का एक महत्वपूर्ण स्वरूप है, जिसे आशीर्वाद प्राप्त करने और मन्नतें पूरी करने के साधन के रूप में देखा जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी का इस बार चादर भेजना खास मायने रखता है, क्योंकि हाल ही में अजमेर दरगाह में मंदिर होने का दावा किया गया है। इस विवाद को लेकर कोर्ट में मामला विचाराधीन है, जिसकी अगली सुनवाई 24 जनवरी को निर्धारित है। हिंदू राष्ट्र सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता, जिन्होंने यह याचिका दायर की है, ने प्रधानमंत्री से चादर नहीं भेजने की अपील भी की थी।
यह घटनाक्रम इस साल उर्स को धार्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से और भी अधिक चर्चा का विषय बना रहा है।
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ToggleTODAY NEWS : Aligarh Man In Pakistan: Facebook पर Pakistani Girl से हुआ प्यार, कर बैठा Border पार, अब.. | UP News
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के एक युवक की कहानी चर्चा का विषय बनी हुई है। युवक ने फेसबुक पर एक पाकिस्तानी लड़की से दोस्ती की, जो प्यार में बदल गई। इसके बाद युवक ने हदें पार करते हुए पाकिस्तान जाने का फैसला किया।
घटना का विवरण:
युवक ने बिना किसी वैध दस्तावेज या प्रक्रिया के पाकिस्तान की सीमा पार कर ली। उसे उम्मीद थी कि वह अपनी फेसबुक मित्र से मिलकर अपने प्यार को अंजाम तक पहुंचाएगा। हालांकि, सीमा पार करना एक बड़ा कानूनी उल्लंघन है, और इस मामले ने दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों का ध्यान आकर्षित किया।
अब क्या हो रहा है?
युवक को पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने हिरासत में ले लिया है। मामले की जांच चल रही है, और भारत सरकार से संपर्क साधा गया है। भारतीय अधिकारी मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।
यह घटना सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और सीमाओं से परे रिश्तों की जटिलताओं को उजागर करती है। साथ ही, यह सुरक्षा और कानूनों के पालन के महत्व को भी रेखांकित करती है।
TODAY NEWS : Diljit Dosanjh Meets PM Modi: पीएम मोदी से मिले दिलजीत दोसांझ,
पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, जिससे सोशल मीडिया और उनके फैंस के बीच चर्चा तेज हो गई। इस मुलाकात के दौरान दिलजीत और पीएम मोदी के बीच क्या बातचीत हुई, इसकी आधिकारिक जानकारी अभी सामने नहीं आई है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि यह मुलाकात दिलजीत के आगामी प्रोजेक्ट्स या सांस्कृतिक और फिल्म उद्योग से संबंधित मुद्दों पर केंद्रित हो सकती है।
मुलाकात का महत्व:
- फिल्म इंडस्ट्री का प्रतिनिधित्व: दिलजीत, जो पंजाबी और बॉलीवुड सिनेमा का एक बड़ा चेहरा हैं, अक्सर अपने काम और विचारों के लिए चर्चा में रहते हैं। पीएम मोदी से उनकी मुलाकात इस इंडस्ट्री के मुद्दों पर ध्यान खींचने का संकेत दे सकती है।
- पंजाबी संस्कृति और संगीत: दिलजीत, पंजाबी संस्कृति और संगीत को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने में अग्रणी रहे हैं। संभव है कि इस मुलाकात में उन्होंने इस दिशा में सरकारी समर्थन या सहयोग की बात की हो।
- किसान आंदोलन के संदर्भ: दिलजीत ने किसान आंदोलन के दौरान किसानों के पक्ष में आवाज उठाई थी। ऐसे में उनकी पीएम मोदी से मुलाकात को इस संदर्भ में भी देखा जा सकता है।
इस मुलाकात पर दिलजीत या प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कोई औपचारिक बयान आने पर अधिक जानकारी स्पष्ट हो सकेगी।
लखनऊ हत्याकांड: मशहूर होना चाहता था हत्यारा, बनाया छह मिनट का वीडियो, पुलिस से पूछता रहा सोशल मीडिया रिएक्शन
लखनऊ होटल हत्याकांड: लखनऊ में चार बहनों और मां की हत्या करने वाले अशद ने वारदात के बाद छह मिनट का वीडियो बनाया। पुलिस हिरासत में रहते हुए वह लगातार उस वीडियो पर लोगों की प्रतिक्रियाएं पूछता रहा।
लखनऊ के नाका क्षेत्र स्थित होटल शरणजीत में मां और चार बहनों की हत्या के आरोपी अशद ने वारदात के बाद छह मिनट 54 सेकंड का एक वीडियो बनाया। इस वीडियो में अशद ने अपनी दिल दहला देने वाली कहानी बयां की।
वीडियो में अशद ने कहा:
- बस्ती के लोगों की वजह से उसने अपने परिवार की हत्या की।
- उसका आरोप था कि बस्ती वालों ने उनके घर पर कब्जा करने की कोशिश की।
- उसने मदद के लिए कई लोगों से गुहार लगाई, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी।
अशद की मांगें:
- उसने सरकार से अपील की कि उसके घर को मंदिर में बदल दिया जाए।
- घर के अंदर मौजूद सामान को अनाथालय में दान कर दिया जाए।
- उसने कहा कि बस्ती वालों के कारण उनका परिवार फुटपाथ पर सोने और ठंड में भटकने को मजबूर था।
यह वीडियो अशद की मानसिक स्थिति और उसके परिवार के साथ हुए संघर्षों को उजागर करता है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
डीसीपी मध्य रवीना त्यागी के अनुसार, अशद ने वीडियो में कुछ लोगों पर घर कब्जाने का आरोप लगाया है और उन लोगों के नौ नाम भी लिए हैं। वीडियो में वह कहता है कि परिवार की मौत के जिम्मेदार बस्ती के लोग हैं।
अशद का आरोप:
- बस्ती के कुछ लोग उसकी बहनों को हैदराबाद में बेचने की कोशिश कर रहे थे।
- उसे और उसके पिता को बस्ती वाले जेल भेजना चाहते थे, ताकि उसकी बहनों को बेच सकें।
- इस स्थिति को रोकने के लिए अशद ने अपने पिता के साथ मिलकर अपनी मां और बहनों की हत्या कर दी।
इस सनसनीखेज खुलासे के बाद पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है, और आरोपी के आरोपों को लेकर विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है।
अशद ने वीडियो में परिजनों के शव भी दिखाए। बोला, मैंने मां और बहनाें को मारा है। इनके हाथ की नसें काटी हैं। पुलिस के अलावा कई नेताओं से मदद मांगी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। मेरा परिवार बदायूं में रहता है। लोग झूठे आरोप लगा रहे थे कि हम लोग बांग्लादेशी हैं। बदायूं में हमारी ताई रहती हैं। वहां पर हमारे परिवार का ब्योरा मिल जाएगा।
वीडियो में अशद ने कहा:
- बस्ती के लोगों की वजह से उसने अपने परिवार की हत्या की।
- उसका आरोप था कि बस्ती वालों ने उनके घर पर कब्जा करने की कोशिश की।
- उसने मदद के लिए कई लोगों से गुहार लगाई, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी।
अशद की मांगें:
- उसने सरकार से अपील की कि उसके घर को मंदिर में बदल दिया जाए।
- घर के अंदर मौजूद सामान को अनाथालय में दान कर दिया जाए।
- उसने कहा कि बस्ती वालों के कारण उनका परिवार फुटपाथ पर सोने और ठंड में भटकने को मजबूर था।
यह वीडियो अशद की मानसिक स्थिति और उसके परिवार के साथ हुए संघर्षों को उजागर करता है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।