Bihar Budget : बिहार सरकार ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राज्य का अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश किया है। उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने विधानसभा में 3.17 लाख करोड़ रुपये का बजट प्रस्तुत किया। इस बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास को प्राथमिकता दी गई है, जबकि कोई भी मुफ्त योजना या लोकलुभावन स्कीम की घोषणा नहीं की गई।
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Toggleशिक्षा और स्वास्थ्य पर बड़ा निवेश
Bihar Budget : बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति को सुधारने के लिए सरकार ने इस बजट में कई अहम फैसले लिए हैं:
- शिक्षा विभाग को 60,974 करोड़ रुपये का आवंटन।
- स्वास्थ्य विभाग को 20,335 करोड़ रुपये का बजट।
- 358 प्रखंडों में नए डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे।
- बड़े अनुमंडलों में रेफरल अस्पताल का निर्माण किया जाएगा।
- 108 नगर चिकित्सा सुविधा केंद्र खोले जाएंगे।
- सभी प्रमंडलों में कैंसर अस्पताल की स्थापना होगी।
महिलाओं और पिछड़े वर्गों के लिए विशेष योजनाएं
- कामकाजी महिलाओं के लिए प्रमुख शहरों में छात्रावास बनाए जाएंगे।
- एससी-एसटी छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति को दोगुना कर दिया गया है।
- प्रमुख शहरों में पिंक बस सेवा शुरू की जाएगी, जिनमें चालक और कंडक्टर महिलाएं होंगी।
ग्रामीण विकास और अधोसंरचना पर फोकस
बिहार सरकार ने सड़क, बिजली और ग्रामीण विकास के लिए भी बड़े फैसले लिए हैं:
- सड़क निर्माण के लिए 17,908 करोड़ रुपये का बजट।
- ग्रामीण विकास के लिए 16,043 करोड़ रुपये का आवंटन।
- गृह विभाग को 17,831 करोड़ रुपये और ऊर्जा विभाग को 13,484 करोड़ रुपये दिए गए।
- नहरों के किनारे सोलर प्लांट लगाने के लिए 25 करोड़ रुपये का फंड।
- प्रत्येक प्रखंड में आउटडोर स्टेडियम का निर्माण।
- साइबर अपराध रोकने के लिए डेटा सेंटर बनाए जाएंगे।
हवाई सेवाओं का विस्तार
- पूर्णिया हवाई अड्डे से अगले तीन महीनों में उड़ान शुरू होगी।
- भागलपुर, सहरसा, मुंगेर, बीरपुर, मुजफ्फरपुर और वाल्मीकिनगर में नए हवाई अड्डे बनाए जाएंगे।
- सुल्तानगंज और रक्सौल में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट स्थापित किए जाएंगे।
निष्कर्ष
बिहार सरकार ने इस बार के बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान दिया है। हालांकि, कोई मुफ्त योजना नहीं लाई गई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार अपने कार्यों के आधार पर जनता का विश्वास जीतना चाहती है।