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Festival 2025 in hindi ,भारत एक विविधतापूर्ण देश है जहाँ हर वर्ष कई महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं। साल 2025 में भी कई प्रमुख त्योहार आने वाले हैं, जो धार्मिक, सांस्कृतिक, और पारिवारिक महत्व रखते हैं। इस लेख में हम 2025 के सभी प्रमुख त्योहारों (festival) की तारीखों और उनके महत्व की जानकारी देंगे। इस लेख में विशेष रूप से “त्योहार” पर फोकस रहेगा।
प्रमुख त्योहार | तारीख (2025) | संक्षिप्त जानकारी |
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मकर संक्रांति | 14 जनवरी | फसल कटाई का पर्व |
बसंत पंचमी | 3 फरवरी | विद्या और ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा |
महाशिवरात्रि | 26 फरवरी | भगवान शिव की आराधना |
होली | 14 मार्च | रंगों का त्यौहार |
राम नवमी | 7 अप्रैल | भगवान राम का जन्मदिवस |
हनुमान जयंती | 13 अप्रैल | भगवान हनुमान की पूजा |
ईद-उल-फितर | 1 अप्रैल | रमजान के महीने का अंत |
रक्षाबंधन | 9 अगस्त | भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक |
जन्माष्टमी | 16 अगस्त | भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव |
गणेश चतुर्थी | 28 अगस्त | भगवान गणेश की स्थापना और पूजा |
दशहरा | 2 अक्टूबर | बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक |
दीवाली | 21 अक्टूबर | रोशनी का पर्व |
गुरुपुरब | 13 नवंबर | गुरु नानक देव का जन्मदिवस |
क्रिसमस | 25 दिसंबर | ईसा मसीह का जन्मोत्सव |
जनवरी 2025: मकर संक्रांति
मकर संक्रांति फसल कटाई के समय मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है, जिसे ज्योतिषीय दृष्टि से शुभ माना जाता है। भारत के अलग-अलग हिस्सों में इसे विभिन्न नामों से मनाया जाता है, जैसे कि पंजाब में लोहड़ी, गुजरात में उत्तरायण और तमिलनाडु में पोंगल।
फरवरी 2025: बसंत पंचमी और महाशिवरात्रि
बसंत पंचमी शिक्षा और ज्ञान की देवी माँ सरस्वती को समर्पित है। इस दिन विद्यार्थी विशेष रूप से माँ सरस्वती की पूजा करते हैं।
महाशिवरात्रि भगवान शिव को समर्पित पर्व है। इसे शिव और शक्ति के मिलन का दिन माना जाता है। शिव भक्त इस दिन उपवास रखते हैं और मंदिरों में जाकर भगवान शिव की आराधना करते हैं।
मार्च 2025: होली
होली रंगों का त्यौहार है और भारत के सबसे प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है। इसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। होली के दिन लोग एक-दूसरे को रंगों से रंगते हैं और गुजिया जैसे स्वादिष्ट पकवानों का आनंद लेते हैं।
अप्रैल 2025: राम नवमी और हनुमान जयंती
राम नवमी भगवान राम के जन्मदिवस के रूप में मनाई जाती है। यह हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को आती है।
हनुमान जयंती भगवान हनुमान के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। इस दिन भक्त हनुमान जी की पूजा करते हैं और उन्हें अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं।
अगस्त 2025: रक्षाबंधन, जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी
रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम और सुरक्षा का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा-सूत्र बांधती हैं।
जन्माष्टमी भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। लोग व्रत रखते हैं और रात में कृष्ण जन्म की पूजा करते हैं।
गणेश चतुर्थी भगवान गणेश की पूजा और स्थापना का पर्व है। गणपति बप्पा मोरया की धुन के साथ लोग इस दिन को हर्षोल्लास से मनाते हैं।
अक्टूबर 2025: दशहरा और दीवाली
दशहरा को विजयदशमी भी कहते हैं, यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था।
दीवाली रोशनी का पर्व है और इसे भगवान राम की अयोध्या वापसी के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। लोग अपने घरों को दीपों से सजाते हैं और लक्ष्मी पूजन करते हैं।
दिसंबर 2025: क्रिसमस
क्रिसमस ईसा मसीह का जन्मदिवस है और इसे पूरे विश्व में मनाया जाता है। भारत में भी लोग क्रिसमस ट्री सजाते हैं और सेंट क्लॉज की कहानी सुनते हैं।
निष्कर्ष
भारत के त्योहार विविधता और संस्कृति का प्रतीक हैं। त्योहारों की यह सूची न केवल धार्मिक परंपराओं को दर्शाती है, बल्कि भारत के समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास को भी दर्शाती है।