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ToggleHINDI NEWS TODAY : घटना का विवरण
प्रयागराज में जारी कुंभ मेले में बुधवार रात करीब 1:30 बजे एक घाट पर भगदड़ मच गई, जिससे कई लोगों के हताहत होने की आशंका है। समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, प्रयागराज के एक डॉक्टर ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि इस हादसे में कम से कम 15 लोगों की मौत हुई है और कई घायल हैं। हालांकि, प्रशासन ने अभी तक किसी भी मौत की पुष्टि नहीं की है।
प्रधानमंत्री का हस्तक्षेप
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से टेलीफोन पर बात कर स्थिति का जायजा लिया है।
कैसे हुई भगदड़?
मंगलवार देर शाम से ही मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान हो रहा था। चश्मदीदों के अनुसार, अचानक भीड़ बैरियर तोड़ते हुए एक घाट पर बैठे लोगों पर चढ़ गई, जिससे भगदड़ की स्थिति बनी। प्रशासन का कहना है कि कुछ जगहों पर बैरियर टूटने की खबर मिली थी, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बनी, लेकिन कोई गंभीर हालात नहीं हैं।
चश्मदीदों के बयान
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए एक महिला ने कहा कि उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन कोई बचाने नहीं आया।
- पीटीआई से बातचीत में एक अन्य महिला ने बताया कि भगदड़ अचानक हुई और निकलने का रास्ता नहीं मिला। उन्होंने प्रशासन से मदद मांगी, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी ‘हँस रहे थे।’
- मध्य प्रदेश के छतरपुर से आए एक श्रद्धालु ने आरोप लगाया कि घटनास्थल पर न तो कोई पुलिस व्यवस्था थी और न ही कोई मदद के लिए आया। उनकी मां अब तक लापता हैं।
घायलों का इलाज जारी
समाचार एजेंसी पीटीआई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें अराइल के सब-सेंट्रल अस्पताल, सेक्टर 24 में घायलों को लाया जाते हुए देखा जा सकता है। इसके अलावा, कुंभ मेला क्षेत्र में बने अस्पतालों में भी घायलों का इलाज जारी है।
अमृत स्नान रद्द
भगदड़ की घटना के बाद सभी अखाड़ों ने मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द करने का निर्णय लिया है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने बुधवार सुबह मीडिया से कहा,
“जो कुछ भी सुबह हुआ, उसे देखते हुए निर्णय लिया गया कि मौनी अमावस्या का स्नान नहीं होगा। सभी साधु-संत स्नान के लिए तैयार थे, लेकिन जनहित में यह फैसला लिया गया है।”
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस हादसे को लेकर उत्तर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी ने भी प्रतिक्रिया दी।
पार्टी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा:
“प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ से श्रद्धालुओं के हताहत होने की सूचना हृदयविदारक है। ईश्वर मृतकों की आत्मा को शांति दें और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करें।”
इसके साथ ही, समाजवादी पार्टी ने सरकार से राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने की मांग की है।
https://youtu.be/keVd9A5gyqw?si=M5PRSN6vHEIJPJg3
प्रशासन की तैयारियां और अपील
प्रशासन ने अनुमान लगाया था कि मौनी अमावस्या पर 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज में उपस्थित रहेंगे।
कुंभ मेला पुलिस ने मंगलवार आधी रात को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर श्रद्धालुओं का स्वागत किया और कहा कि सुरक्षा और सुविधा के लिए पुलिस इकाइयां सक्रिय हैं।
कुंभ मेला डीआईजी वैभव कृष्ण ने मंगलवार शाम को घोषणा की थी कि मौनी अमावस्या का शुभ मुहूर्त शाम 7:37 बजे से शुरू होगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की थी कि वे जल्द स्नान कर अपने गंतव्यों की ओर प्रस्थान करें और घाटों पर रात को न ठहरें या सामान न छोड़ें।
प्रशासन और धार्मिक गुरुओं ने श्रद्धालुओं से संगम घाट पर भीड़ न बढ़ाने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि अन्य घाटों पर भी स्नान का उतना ही धार्मिक महत्व है।
अमृत स्नान का शेड्यूल
13 जनवरी से शुरू हुए कुंभ मेले में कुल छह अमृत स्नान होने हैं:
✅ पहले दो स्नान पूरे हो चुके हैं।
✅ तीसरा अमृत स्नान बुधवार को हुआ।
✅ आगामी अमृत स्नान:
- चौथा: 3 फरवरी
- पांचवां: 12 फरवरी
- छठा और अंतिम: 26 फरवरी
निष्कर्ष
प्रयागराज कुंभ मेले में भगदड़ की इस घटना ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां श्रद्धालु प्रशासन की लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं, वहीं सरकार राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने का दावा कर रही है। अब सवाल यह उठता है कि क्या आगामी स्नान के दौरान ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जाएंगे?