Telangana Tunnel Collapse : तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) प्रोजेक्ट की सुरंग का एक हिस्सा गिरने से 8 लोग अंदर फंस गए हैं। बचाव दल उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है। हादसा शनिवार सुबह 8:30 बजे हुआ, जब 50 मजदूर सुरंग में काम कर रहे थे। इस दौरान 42 लोग किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन 8 लोग अंदर फंस गए, जिनमें 2 इंजीनियर और 6 मजदूर शामिल हैं।

Table of Contents
ToggleTelangana Tunnel Collapse : रेस्क्यू ऑपरेशन कैसे चल रहा है?
1. मलबा हटाने का काम: सुरंग में गिरा लोहे, सीमेंट और मलबा हटाने के लिए बचाव दल काम कर रहा है।
2. कई एजेंसियां जुटीं: इस ऑपरेशन में एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल), सेना और कंपनी के कर्मचारी शामिल हैं।
3. घटनास्थल तक पहुंच: बचाव दल 13 किलोमीटर अंदर तक पहुंच चुका है, जहां हादसा हुआ था।
4. लगातार संपर्क की कोशिश: बचाव दल ने सुरंग के अंदर फंसे लोगों के नाम लेकर आवाज लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है।
हादसे के वक्त क्या हुआ था?
- शनिवार सुबह 50 मजदूर सुरंग के अंदर काम कर रहे थे।
- वे 13.5 किलोमीटर अंदर पहुंचे थे, तभी अचानक छत का एक हिस्सा गिर गया।
- 42 मजदूर किसी तरह बाहर निकल आए, लेकिन 8 लोग अंदर ही फंस गए।
- फंसे हुए लोगों में 6 भारतीय (जयप्रकाश एसोसिएट्स कंपनी के कर्मचारी) और 2 विदेशी (अमेरिकी कंपनी के कर्मचारी) हैं।
READ THIS : Mahakumbh :महाकुंभ में स्नान करती महिलाओं के वीडियो बेचे, अस्पतालों के CCTV हैकिंग का पर्दाफाश!
SLBC प्रोजेक्ट क्या है?
- यह सुरंग 44 किलोमीटर लंबी बनाई जा रही है।
- इसका उद्देश्य श्रीशैलम प्रोजेक्ट से नलगोंडा जिले में 4 लाख एकड़ खेतों तक पानी पहुंचाना है।
- अब तक 34.5 किलोमीटर सुरंग बन चुकी है, जबकि 9.5 किलोमीटर का काम बाकी है।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बात की और केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
- राज्य सरकार के मंत्री एन. उत्तम कुमार रेड्डी और जे. कृष्णा राव घटनास्थल पर मौजूद हैं।
- मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी खुद हालात की निगरानी कर रहे हैं और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सरकार से आग्रह किया है कि मजदूरों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं।
अब क्या उम्मीद है?
बचाव कार्य तेजी से जारी है, और टीमें जल्द से जल्द मजदूरों तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं। अगर सब कुछ सही रहा, तो जल्द ही सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सकता है।