भारत में साइबर अपराध के बढ़ते मामलों के बीच महाकुंभ और अस्पतालों के CCTV हैकिंग कांड ने पूरे देश को झकझोर दिया है। प्रयागराज के एक यूट्यूबर समेत तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें अस्पतालों के CCTV फुटेज और महिलाओं के निजी वीडियो बेचे जा रहे थे।
Table of Contents
Toggle1. प्रयागराज के यूट्यूबर की गिरफ्तारी और महाकुंभ वीडियो कांड
गुजरात पुलिस ने प्रयागराज के यूट्यूबर चंद्रप्रकाश फूलचंद को गिरफ्तार किया है, जिस पर महाकुंभ में स्नान कर रही महिलाओं के वीडियो बनाकर यूट्यूब और टेलीग्राम पर अपलोड करने का आरोप है।

1.1. आरोपियों की गिरफ्तारी और पुलिस जांच
- इस मामले में महाराष्ट्र के लातूर से प्रज्वल अशोक तेली और सांगली से प्रज राजेंद्र पाटिल को भी गिरफ्तार किया गया।
- अहमदाबाद साइबर क्राइम डीसीपी लवीना सिन्हा के अनुसार, तीनों आरोपी महाकुंभ के वीडियो अन्य चैनलों को ऊंची कीमत पर बेच रहे थे।
- चंद्रप्रकाश अपने चैनल पर यह वीडियो अपलोड करता और फिर टेलीग्राम चैनल के जरिए इन्हें बेचता था।
2. अस्पतालों के CCTV हैकिंग का बड़ा खुलासा
गुजरात पुलिस को शक है कि यही गैंग देशभर के 60-70 अस्पतालों के CCTV सिस्टम हैक कर चुका है। इनमें स्त्री रोग विशेषज्ञों के चेंबर में महिलाओं के चेकअप के फुटेज रिकॉर्ड किए गए और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बेचे गए।
2.1. राजकोट के पायल अस्पताल का CCTV हैक
- फरवरी-मार्च 2024 में राजकोट के पायल अस्पताल का CCTV सिस्टम हैक किया गया।
- महिलाओं के चेकअप के वीडियो रिकॉर्ड कर उन्हें सोशल मीडिया पर बिक्री के लिए पोस्ट किया गया।
- पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी यूट्यूब और टेलीग्राम के जरिए इन वीडियो को ऊंची कीमत पर बेच रहे थे।
2.2. 60-70 अस्पतालों के CCTV सिस्टम पर साइबर हमला
- अहमदाबाद क्राइम ब्रांच को शक है कि देशभर के 60 से 70 अस्पतालों के CCTV कैमरे हैक किए गए हैं।
- यह रैकेट पिछले एक साल से सक्रिय था, और इसके पीछे अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधियों का हाथ होने की आशंका है।
- आरोपियों की रिमांड लेकर गहराई से जांच की जाएगी।
3. रोमानिया और अटलांटा से अस्पतालों के CCTV हैक
3.1. प्रज्वल तेली: मुख्य आरोपी
- महाराष्ट्र के लातूर का प्रज्वल अशोक तेली इस रैकेट का मुख्य आरोपी है।
- जांच में सामने आया कि 8 महीनों में इस गैंग ने लाखों रुपये कमाए और वीडियो को 800 से 2000 रुपये में बेचा।
3.2. विदेशों से जुड़े साइबर हैकर
- पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि अस्पतालों के IP एड्रेस रोमानिया और अटलांटा से हैक किए गए।
- प्रज्वल तेली विदेशी हैकरों के संपर्क में था और उनकी मदद से यह अपराध कर रहा था।
4. महिलाओं के वीडियो अपलोड करने पर तीन केस दर्ज
उत्तर प्रदेश के DGP प्रशांत कुमार ने बताया कि महिलाओं के स्नान के वीडियो अपलोड करने के मामले में अब तक तीन FIR दर्ज की जा चुकी हैं।
- इस मामले में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
- महाकुंभ को लेकर भ्रामक जानकारी फैलाने के 55 से 60 मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं।
- पुलिस ऐसे अकाउंट्स के संचालकों को ट्रैक कर रही है।
5. साइबर क्राइम और डिजिटल निजता पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर डिजिटल निजता और साइबर सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- CCTV हैकिंग और निजी डेटा की चोरी आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए खतरा बन गई है।
- यूट्यूब और टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर साइबर अपराधियों की गतिविधियों पर सख्त निगरानी की जरूरत है।
5.1. सरकार और पुलिस की सख्त कार्रवाई जरूरी
- साइबर अपराध के खिलाफ सख्त कानूनों को लागू करने की जरूरत है।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर कड़ी निगरानी रखी जानी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।
निष्कर्ष
महाकुंभ और अस्पतालों के CCTV हैकिंग कांड ने साइबर अपराध के बढ़ते खतरों को उजागर कर दिया है। पुलिस की सक्रियता से एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ, लेकिन डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
साइबर अपराधियों पर सख्त कार्रवाई हो और डिजिटल सुरक्षा को मजबूत किया जाए, तभी आम जनता की निजता और सुरक्षा को बचाया जा सकता है।
1 thought on “Mahakumbh :महाकुंभ में स्नान करती महिलाओं के वीडियो बेचे, अस्पतालों के CCTV हैकिंग का पर्दाफाश! – LATEST 2025”